भाजपा ने शिमला में निकाला मौन जुलूस
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5 जून, 1975 को देश में लगे आपातकाल (इमरजेंसी) के विरोध में भाजपा ने मंगलवार को शिमला में मौन जुलूस निकाला। सीटीओ से शुरू हुए मौन जुलूस में पूर्व मंत्री सुरेश भारद्धाज, प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा सहित अन्य भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। भाजपा के अनुसार 1975 में आज ही के दिन एक नेता की कुर्सी को बचाने के लिए पूरे देश को कैसे जेलखाना बना दिया था। नेताओं को बिना मतलब रास्ते से जेल में डाल दिया गया था।
ऊना में 25 जून को काला दिवस के रूप में मनाया
उधर, भाजपा कार्यालय ऊना में 25 जून का दिन काला दिवस के रूप में बनाया गया। इस दौरान कांग्रेस के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार ने कहा कि भारत के इतिहास में लोकतंत्र की हत्या का दिन गिना जाता है। कहा कि कांग्रेस सरकार ने 25 जून की रात को केवल अपनी कुर्सी बचाने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगा दी और संविधान का गला गोट दिया। आपातकालीन लगाने के बाद राजनीतिक नेताओं, पत्रकारों और अन्य को जेल में डाल दिया । उन्होंने कहा कि देश को बदनाम करने के लिए कांग्रेस साजिश कर रही है और संविधान सहित कई संस्थाओं को भी अपनी राजनीति का शिकार बना रही है।