विधायक ने पुलिस के कब्जे से तीन युवक भी छुड़ाए
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हाईकोर्ट के आदेश पर चले अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान जमकर बवाल हुआ। विधायक शिव अरोरा ने लोनिवि अफसरों को लोगों को जगह खाली करने के लिए समय देने को कहा तो हाईकोर्ट के डर से अफसरों ने समय देने के बजाए मकानों पर बुलडोजर चलवा दिया। सूचना पर गुस्से से तमतमाए विधायक दोबारा गांव पहुंचे और दोनों बुलडोजरों को खदेड़ दिया। यहीं नहीं, लोनिवि ईई को खूब खरीखोटी सुनाई। विधायक के तेवरों से लोग भी बेकाबू हो गए और किसी ने जेसीबी चालक के सिर पर पत्थर मारकर जख्मी कर दिया। ऐसे में पुलिस ने कड़े तेवर अपनाए और लोगों के साथ धक्कामुक्की तक हुई।
बृहस्पतिवार की सुबह पुलिस प्रशासन और लोनिवि की टीम दो बुलडोजर लेकर भगवानपुर कोलड़िया गांव पहुंची थी। इस दौरान विधायक शिव अरोरा ने वहां पहुंचकर लोनिवि ईई को लोगों को घर खाली करने के लिए 24 से 48 घंटे का वक्त देने और अभियान रोकने को कहा था। वे डीएम से वार्ता करने गए तो अभियान शुरू हो गया। इस पर गुस्से से लाल विधायक दोबारा गांव पहुंच गए। उन्होंने मकान तोड़ रहे दोनों बुलडोजरों को वहां से खदेड़ दिया। विधायक के तेवर देख वहां खड़े अफसर और पुलिसकर्मी रोकने का साहस नहीं जुटा सके।
इसके बाद विधायक ने लोनिवि ईई की जमकर खबर ली। विधायक को पक्ष में खड़ा देख भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने लोनिवि अधिकारी के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया। इसी बीच अभियान रुका तो किसी ने बुलडाेजर चालक अशोक कुमार निवासी महतोष मोड़ के सिर पर ईंट मार दी। चोटिल अशोक का पुलिस ने जिला अस्पताल में इलाज कराया था। पुलिस ने पत्थर मारने और माहौल खराब करने के शक में तीन युवकों को हिरासत में ले लिया था। युवकों को हिरासत में लेने का परिजनों ने विरोध किया और महिलाओं की पुलिसकर्मियों से धक्का मुक्की हो गई। इसके बाद विधायक ने एक-एक कर तीनों युवकों को पुलिस के कब्जे से छुड़वा दिया। युवकों को छुड़वाने के दौरान विधायक और भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस अधिकारियों व कर्मियों से तकरार और छीनाझपटी भी हुई।