अस्पताल में चल रहा इलाज।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
सीवान में फिर से जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई है। शुक्रवार सुबह तक तीन लोगों की मौत की बात सामने आई है। लोगों का कहना है कि तीनों ने शराब पार्टी की थी। तबीयत बिगड़ने के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। लेकिन, डॉक्टर इनकी जान नहीं बचा पाए। तीन तीन मौत के बाद फिर से हड़कंप मच गया। मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। अस्पताल में कुछ लोगों का इलाज चल रहा है। घटना लकड़ी नबीगंज में हुई है। इस मामले में थानेदार अजीत कुमार सिंह ने बताया कि तीन लोगों की मौत की सूचना मिली है। मौत का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सारी बात स्पष्ट हो पाएगा। पुलिस टीम मामले की गंभीरता से जांच कर रहे।
शराब बिगड़ने के बाद तबीयत बिगड़ी
मरने वाले में एक की पहचान अमरजीत राय के रूप में हुई। उनकी पड़ोसी सोनी कुमारी ने बताया कि अमरजीत राय गुरुवार रात में शराब पीकर आये थे। बहुत बेचैनी थी। सुबह होते होते हमलोग अस्पताल लाये। जहां उनकी मौत हो गयी है। मेरे पति ने भी अमरजीत के साथ ही शराब पी थी। रात में तबीयत बिगड़ने लगी। आंखों की रोशनी चली गई। सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसके बाद डॉक्टरों ने पटना रेफर कर दिया है। वही गम्भीर रूप से बीमार उमेश राय ने बताया कि वह कल 50 रुपये वाला शराब खरीद कर पी थी। इसके बाद उल्टी हुई और आंख से नजर नही आ रहा है। इसको डॉक्टरों ने पीएमसीएच रेफर कर दिया है।
सीवान पुलिस ने कहा- मादक पदार्थ का सेवन किया था
सीवान पुलिस के अनुसार, गुरुवार सुबह करीब 7:45 बजे सूचना मिली की लकड़ी नवीगंज थाना क्षेत्र के नवीगंज टोला के उमेश राय पिता मैनेजर राय के आंख से धुंधला दिखाई दे रहा है, जो कल रात में कहीं से किसी नशीले पदार्थ का सेवन करके आए थे। इस सूचना पर पुलिस बल द्वारा नवीगंज पहुंच के मामले का सत्यापन किया गया तो ज्ञात हुआ कि उमेश राय, अमरजीत राय एवं अशोक राय सभी तीन अमरजीत राय के घर नवीगंज टोला के पास से मादक पदार्थ का सेवन किए थे। तीनों व्यक्तियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए सीवान रेफर किया गया, जिसमें इलाज के दौरान अमरजीत राय की मृत्यु हो गई है। अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
एक माह पहले ही 50 से अधिक लोगों की गई थी जान
बता दें कि एक महीना पहले ही सीवाान और सारण जहरीली शराह से करीब 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इनमें से केवल सीवान में करीब 40 लोगों की मौत हुई थी। 30 लोगों की हालत गंभीर हो गई थी। मामला तूल पकड़ने लगा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले के जांच के आदेश दिए। उन्होंने तस्करों पर कड़ी कार्रवाई का भी निर्देश दिया था। इसके बाद बिहार पुलिस के वरीय अधिकारी सीवान और सारण में कैंप कर रहे थे। लेकिन एक महीना के अंदर दूसरी बार शराब कांड हुआ है।