चिराग पासवान और पप्पू यादव
– फोटो : अमर उजाला डिजिटल
विस्तार
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान सोमवार की देर रात्रि को पूर्णिया पहुंचे और सांसद पप्पू यादव से मुलाकात कर उनके पिता को श्रद्धांजलि दी। सांसद से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि यह घटना दु:खद है। मैं इस घटना से बेहद मर्माहत हूं। उन्होंने कहा कि सांसद पप्पू यादव के साथ उनके पुराने और पारिवारिक संबंध रहे हैं। उनके पिता उनके लिए अभिभावक की भूमिका में रहे। पप्पू यादव ऐसे नेताओं में से हैं, जिन्होंने हमेशा से दलगत राजनीत से ऊपर उठकर राजनीति की।
अपनों के बीच अपनों का दुख बांटने आया हूं
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि उन्होंने हमेशा से व्यक्तिगत रिश्तों को निभाने का काम किया है। ऐसे में परिवार में जिस तरीके से सांसद पप्पू यादव के साथ इतनी बड़ी घटना घटी है। मैं उनकी भावना को बेहतर समझ सकता हूं। पिता का साया जब सर से उठता है, तो हमेशा के लिए खालीपन रह जाता है। ऐसे में आज पूर्णिया आना और गले मिलना न सिर्फ उस एहसास का आदान-प्रदान करना है, बल्कि गले मिलकर दोनों ने एक दूसरे के दुखों को बांटा है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि मुझे कल ही आना था, लेकिन थोड़ी सी कन्फ्यूजन के कारण मैं नहीं आ सका। आज लंबी दूरी तय कर में पटना से पूर्णिया आया हूं। यहां मैं अपनों के बीच अपनों का दुख बांटने आया हूं।
फूड प्रोसेसिंग के लिए बन रही हैं योजनायें
वहीं बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट को लेकर उन्होंने कहा कि हमेशा से उन्होंने फूड प्रोसेसिंग का जिक्र किया है। वे अक्सर ऐसे मुद्दे उठाते रहे। उसी की का नतीजा रहा कि मुझे इसी से संबंधित विभाग कार्य करने के लिए दिया गया है। सीमांचल ही नहीं बल्कि पूरे बिहार के लिए कोई ऐसी बड़ी योजनाएं हैं, जिसे बेहद जल्द शुरू होकर धरातल पर उतरते देखा जा सकेगा। पप्पू यादव के पिता का 17 सितंबर को निधन हो गया था। इसके बाद शहर के रंगभूमि मैदान में 29 सितंबर को एक प्रार्थना सभा आयोजित की गई, जिसमें झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित कई राजनीतिक नेताओं ने भाग लिया।