स्नातक की परीक्षा जमीन पर बैठकर दे रहे छात्र।
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जहां एक ओर नीट पेपर लीक मामले पर पूरे देश में हंगामा मचा है, वहीं दूसरी तरफ बदहाल शिक्षा व्यवस्था की तस्वीरें सामने आई है। यह तस्वीर बिहार के भोजपुर का है, जहां स्नातक द्वितीय खंड की परीक्षा के दौरान छात्र छत, बरामदे और जमीन पर बैठकर परीक्षा देते नजर आए। जितनी जगह में कायदे से दो छात्रों को बैठाया जा सकता है, वहां पांच-पांच छात्र-छात्राएं बैठकर परीक्षा देते नजर आये। ऐसे में समझा जा सकता है कि कदाचार मुक्त परीक्षा के दावे कितने खोखले हैं। बिहार के शिक्षा व्यवस्था की यह तस्वीर वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के एचडी जैन कॉलेज की है।
जैसे मन हो वैसे दीजिये परीक्षा
परीक्षा देने छात्र बरामदे में, छत पर या खुले मैदान में जिसे जहां जगह मिली वह वहीं बैठकर परीक्षा देने लगे। छात्रों के इस तरह से परीक्षा देने का वीडियो भी सामने आया है, जिसमे देखा जा सकता है कि परीक्षार्थी क्लास के बाहर कॉरिडोर में बैठ कर जमीन पर परीक्षा दे रहे है। दरअसल आरा के महाराजा कॉलेज का परीक्षा केंद्र एचडी जैन कॉलेज को बनाया गया है। आज पर्सनालिटी डेवलपमेंट विषय की परीक्षा हो रही थी, जिसमे जगह से ज्यादा छात्र परीक्षा दे रहे थे। सभी परीक्षार्थी क्लासरूम में बेंच पर तीन की जगह 5 बैठे थे, इसके बावजूद भी छात्रों को पर्याप्त जगह नही मिल पाई। मजबूरन छात्रों को कॉरिडोर में जमीन पर बैठ कर परीक्षा देनी पड़ी।
शिक्षा के अव्यवस्था की खुली पोल
शिक्षा विभाग ने परीक्षा की मुकम्मल तैयारी नहीं कर पाई है लेकिन व्यवस्था की बदहाली की तस्वीर सामने ना आए इसके लिए मुकम्मल इंतजाम जरूर कर रखा है। परीक्षा के दौरान किसी तरह का वीडियो न बने इसके लिए मीडिया को कॉलेज में जाने की सख्त मनाही है लेकिन बदहाली की इन तस्वीरों को परीक्षा देने वाले छात्रों ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया और उसे पत्रकार को दे दिया, जिसके बाद शिक्षा विभाग की बदहाली सबके सामने आ गई।
परीक्षार्थियों ने ही बनाया वीडियो
परीक्षार्थियों के द्वारा ही वीडियो बना कर पत्रकार को दिया गया परीक्षार्थी शुभम सिंह, नीतीश और बिट्टू का कहना है कि यहां पिछले चार दिनों से हमलोग परीक्षा देने आ रहे हैं लेकिन सुविधा का नाम पर कुछ नही है। क्लासरूम में पंखा ऐसा चलता है जैसे सिर्फ हिल रहा हो,परीक्षा की कॉपी खुद छात्रों को लाना पड़ता है। क्लास में मौजूद शिक्षकों से हमलोग बैठने की व्यवस्था की मांग करते हैं तो कहा जाता है कि जहां जगह मिल रहा वहां बैठ कर परीक्षा दो।
परीक्षा नियंत्रक ने पल्ला झाड़ा, कहा- नहीं है जानकारी मुझे
इस मामले में द्वारा वीर कुंवर सिंह विश्विद्यालय के परीक्षा नियंत्रक अनवर इमाम से फोन पर इस विषय मे बात की तो परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि मुझे इसकी जानकारी नही है। जैन कॉलेज में ऐसी कुव्यवस्था की उम्मीद भी नही है। मैं अभी कॉलेज के प्रिंसिपल से बात कर पूरे मामले की जानकारी ले रहा हूँ। अगर छात्रों के व्यवस्था में कोई कमी होगी तो दूर की जाएगी।
कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताई अपनी मज़बूरी
इस संबंध में कॉलेज के प्रिंसिपल के नरेंद्र कुमार का कहना है कि यूनिवर्सिटी से सीट से ज्यादा छात्रों को दिया गया है। मेरे यहाँ एक सिटिंग में एक हजार छात्रों की बैठने की व्यवस्था है लेकिन इस परीक्षा में 1100 छात्रों को दिया गया है, जिसकी वजह से थोड़ी परेशानी हुई है। हालांकि इसे अब दूर कर लिया जायेगा।