प्रशांत किशोर
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बिहार की राजनीति में अपनी पैठ बनाने में लगे जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर लोकसभा चुनाव के बाद फिर से सक्रिय हो गए हैं। प्रशांत किशोर ने सहरसा के सोनबरसा प्रखंड से पदयात्रा शुरू की। प्रशांत किशोर ने लालू-नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि लोग कहते हैं कि हमारे पास विकल्प ही नहीं है, हम किसको वोट दें बिहार में तो दो ही दल है, एक लालू जी का लालटेन और दूसरा मोदी जी का भाजपा। पीके ने कहा कि नीतीश जी का पता ही नहीं कि कब वे लालटेन पर लटकेंगे और कब कमल के फूल पर बैठ जाएंगे।
आप खड़े होईए, हम आपकी मदद में लगेंगे
प्रशांत किशोर ने कहा कि किसी दल का नहीं, लोग कहते है कि मैं जिसका भी हाथ पकड़ता हूं वो राजा बन जाता है। इस बार संकल्प लेकर आए हैं। किसी दल और नेता का नहीं, आपका हाथ पकड़े हैं। जैसे आप दही को मथकर मक्खन निकालते हैं, वैसे ही गांव-गांव घूमकर मथकर आपके बीच से ऐसे लोगों को निकालेंगे। जो आपके बच्चों के लिए बढ़िया पढ़ाई-रोजगार की व्यवस्था करे। पीके ने कहा कि आपके पास पैसा-संसाधन नहीं है तो कोई बात नहीं है। आपको राजनीति की समझ नहीं है तो कोई बात नहीं है। आपके बाप-दादा राजनीति में नहीं है तो कोई बात नहीं है। बिहार में व्यवस्था बदलने के लिए, अपने बच्चों के तकदीर के लिए नया विकल्प बनाना है तो व्यवस्था, राजनीति की चिंता अपने भाई-बेटे प्रशांत किशोर पर छोड़िए। आप खड़े होईए, हम आपकी मदद में लगेंगे और समाज को जोड़कर नई व्यवस्था बनाइए।
एक विकसित और समृद्ध समाज का निर्माण होगा
पदयात्रा में प्रशांत किशोर के साथ चल रहे जन सुराज अभियान के युवा ज़िलाध्यक्ष सहरसा ज़िला के सर्वांगीण विकास के लिए वर्षों से सड़क पर संघर्ष करने वाले युवा नेता सोहन झा, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना, सहरसा जन सुराज के ज़िला महासचिव नवल किशोर सिंह ज़िला अभियान समिति के संयोजक अमृतराज कुमार एवं ज़िला कार्यालय प्रभारी विमल किशोर झा, ज़िला अभियान समिति के सदस्य समीम अनवर ने बताया कि बिहार वासियों के लिए प्रशांत किशोर में बिहार को बदलने की क़ाबिलियत है। वो जिस बिहार की परिकल्पना लेकर पिछले दो वर्षों से बिहार के गांव-गांव में वर्षात में ठंडा में गर्मी में लगातार पदयात्रा कर बिहार के लोगों को जगाने का प्रयास कर रहे है वो कामयाब ज़रूर होंगे। बिहार के लोगो में जन सुराज को लेकर काफ़ी उत्साह दिख रहा है।हज़ारो की संख्या में लोग पीके को सुनने आते है उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहते है। ये संकेत है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में जन सुराज की सरकार होगी और बिहार में जिस व्यवस्था परिवर्तन की बात पीके करते हैं वो पूरा होकर रहेगा और बिहार में एक विकसित और समृद्ध समाज का निर्माण होगा।