पुलिस की गिरफ्त में कुख्यात नक्सली।
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भोजपुर पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त छापामारी कर एक लाख रुपए के इनामी नक्सली विजय यादव उर्फ सुनील यादव को रोहतास जिले के दरिहट गांव से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सली विजय यादव, रोहतास जिला के बैसाडीह गांव के निवासी सियाराम यादव का पुत्र है। विजय यादव मूलरुप से भोजपुर जिला के चौरी थाना क्षेत्र के बाबूबांध गांव का निवासी था, लेकिन कुछ दिनों के बाद विजय यादव ने बाबूबाध गांव से चरपोखरी थाना क्षेत्र के सियाडीह गांव में जाकर रहने लगा था। वर्ष 2003 में विजय यादव अपने परिवार के साथ सियाड़ीह से रोहतास जिले के आयर कोठा बैसाडीह गांव में जाकर रहने लगा।
नौ वर्षों से चल रहा था फरार
विजय यादव के ऊपर चरपोखरी थाना में चार गंभीर कांड दर्ज हैं। विजय यादव पुलिस को चकमा देकर नौ वर्षों से फरार चल रहा था। विजय यादव को भोजपुर पुलिस और एसटीएफ की टीम गिरफ्तार कर आरा लाई है। पुलिस के अनुसार उसके विरुद्ध वर्ष 2006 में भोजपुर के सेमराव गांव के पास पुलिस की गाड़ी जलाने और वर्ष 2015 में चरपोखरी थाना क्षेत्र के कथराई गांव के पुल के पास लैंड माइंस लगा कर विस्फोट करने का भी आरोपी था, जिसमें पुलिस ने विजय यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन 3 माह बाद ही वह जेल से जमानत पर बाहर आ गया था। वर्ष 2015 में चरपोखरी थाना क्षेत्र के कथराई पुल के पास लैंड माइंस लगा कर विस्फोट करने के आरोप में एक आरोपी को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ करने के बाद जेल भेजने की प्रक्रिया की जा रही है।
गिरफ्तार होने से चार दिन पहले एक लाख रुपये इनाम देने की हुई थी घोषणा
चरपोखरी थाना के थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि एक लाख का ईनामी नक्सली विजय यादव उर्फ सुनील यादव को एसटीएफ के साथ रोहतास जिले दरिहट गांव से गिरफ्तार किया है। विजय यादव के ऊपर सरकार ने एक लाख का इनाम चार दिन पहले ही घोषित किया था।
पुलिस और एसटीएफ को मिलेगा ईनाम की राशि
बताया जा रहा कि नक्सली विजय यादव को गिरफ्तार करने में सफल पुलिस कर्मियों और एसटीएफ को ईनाम की एक लाख रुपये की राशि मिलेगी। एसटीएफ के इंस्पैक्टर अजित कुमार और चरपोखरी थाना के थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह सह केस के अनुसंधानकर्ता और अन्य पुलिस कर्मियो के साथ शुक्रवार को 9 बजे रोहतास जिले के दरिहट गांव से विजय यादव के घर से गिरफ्तार गया। संतोष कुमार सिंह ने बताया कि जिस समय पुलिस विजय यादव को गिरफ्तार करने उसके घर पहुंची उस समय विजय यादव घर में ही था और चाय पी रहा था।