पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे अधिकारी
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गया जिले में अज्ञात बीमारी ने मौत का तांडव मचा दिया है। महज पांच दिनों में सात लोगों की मौत से पूरे इलाके में दहशत का माहौल कायम है। वहीं, अज्ञात बीमारी से कई लोग बीमार हैं, जिनका प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। हालांकि अज्ञात बीमारी से मौत की सूचना के बाद शुक्रवार को डॉक्टरों की टीम जांच के लिए गांव पहुंचने वाली है।
जानकारी के मुताबिक, जिले के आमस थाना क्षेत्र के बलियारी गांव में अज्ञात कारणों से लोगों की मौत होने से गांव वाले परेशान हैं। महज पांच दिनों में अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। मौत की वजह को लेकर निजी क्लीनिक के डॉक्टर कुछ बता नहीं पा रहे हैं। जानकारी मिलने के बाद जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने भी इसको लेकर चिंता जताई है। मरने वालों में बच्चे और बड़े दोनों शामिल हैं। कई लोग अब भी बीमार हैं और उनका निजी क्लीनिक में इलाज चल रहा है। फिलहाल किस बीमारी से लोगों की मौत हो रही है, अब तक किसी को पता नहीं चल रहा है। इसके कारण गांव के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। यह पूरा मामला बीती रात सामने आया है।
अज्ञात बीमारी से मौत की सूचना के बाद स्थानीय जन प्रतिनिधि उक्त गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उसके बाद स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने संबंधित बीडीओ और चिकित्सा पदाधिकारी को सूचना दी। सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आज मेडिकल टीम गांव भेजी जाएगी। साथ ही मेडिकल टीम अज्ञात बीमारी की पता लगाएगी।
ग्रामीण दिलीप भुईया ने बताया कि चार वर्षीय बेटे देवा कुमार की अचानक तेज बुखार के बाद मौत हो गई। अज्ञात बीमारी से मरने वाले सभी लोगों को पहले तेज बुखार आया और मौत हो गई। उक्त घटना से पूरे गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि अज्ञात बीमारी से लोगों में भय का माहौल है। इस संबंध में आमस प्रखंड के बीडीओ नीरज कुमार राय ने बताया कि आप लोगों से जानकारी मिली है। आज मेडिकल टीम भेजी जाएगी, ताकि अज्ञात बीमारी से पीड़ित लोगों को राहत मिल सके।
अज्ञात बीमारी से 15 दिनों की तेतरी कुमारी, 35 वर्षीय चंद्रावती देवी, चार वर्षीय देवा कुमार, 45 वर्षीय मालती देवी, 26 वर्षीय जितेंद्र कुमार, 20 वर्षीय विक्की कुमार और पांच वर्षीय नगीना कुमारी की मौत हो गई। वहीं, 11 वर्षीय विश्वजीत कुमार और 30 वर्षीय रीता देवी अज्ञात बीमारी से पीड़ित हैं। इनका इलाज निजी क्लीनिक में किया जा रहा है।