कार्यक्रम में जुटे अतिथि
– फोटो : अमर उजाला डिजिटल
विस्तार
पटना के भारतीय नृत्य कला मंदिर में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के द्वारा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। इस आयोजन में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार की प्रधान सचिव एवं प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना, डॉक्टर एन. विजयलक्ष्मी और भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रसिद्ध गायक रजनीश कुमार की प्रस्तुति हुई।
भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ विजय प्रकाश, पूर्व मुख्य सचिव एवं वर्तमान में बिहार विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष, आमिर सुबहानी, पूर्व मुख्य सचिव एवं वर्तमान मुख्य सूचना आयुक्त, बिहार, ब्रजेश मेहरोत्रा, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव, डॉ एस. सिद्धार्थ, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार की प्रधान सचिव एवं प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना डॉक्टर एन. विजयलक्ष्मी, कला संस्कृति एवं युवा विभाग के सचिव, श्री दयानिधान पांडेय, वरिष्ठ साहित्यकार, श्रीमती ममता मेहरोत्रा, श्रीमती मृदुला प्रकाश, भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रसिद्ध गायक रजनीश कुमार एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना डॉक्टर एन विजयलक्ष्मी ने तुलसीदास रचित गणेश वंदना से अपने कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद शंकराचार्य रचित “ महिषासुरमर्दिनी ‘ए गिरि नंदिनी” की मनमोहक प्रस्तुति दी। भरतनाट्यम नृत्य कार्यक्रम का समापन उन्होंने ‘महालक्ष्मी स्त्रोत’ से की। आज की इस सांस्कृतिक संध्या की दूसरी प्रस्तुति बिहार के प्रसिद्ध शास्त्रीय एवं उपशास्त्रीय संगीत के गायक रजनीश कुमार द्वारा राग यमन में बड़ा ख्याल एवं छोटा ख्याल की प्रस्तुति के साथ-साथ ठुमरी की प्रस्तुति की गई। ठुमरी के बोल थे ‘नादान जियरा गुम गयो रे’ और दूसरी ठुमरी ‘रंग रंगीली रसीली छवि बृजनार की.’। इनके साथ कलाकारों में तबला पर डॉ श्याम मोहन, हारमोनियम पर सुधीर कुमार, तानपुरा पर अर्थव मनस और हेमंत कुमार ने संगत किया।
कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्य, निदेशक रूबी, उप सचिव, अनिल कुमार सिन्हा, भारतीय नृत्य कला मंदिर के प्रशासी पदाधिकारी, सुशांत कुमार सहित पटना के संगीत प्रेमियों, साहित्यकारों, प्रसिद्ध व्यक्तियों, कलाकारों के साथ ही कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के पदाधिकारियों सहित लगभग 400 लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम का मंच संचालन सोमा चक्रवर्ती ने किया।