श्री अकाल तख्त साहिब
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श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने शिअद के विभिन्न गुटों द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ मीडिया में किए जा रहे दुष्प्रचार एवं बयानबाजी कर बयान देने का कड़ा नोटिस लिया है।
जत्थेदार ने अकाली नेताओं को एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है। ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि जब तक शिरोमणि अकाली दल का मामला श्री अकाल तख्त पर विचाराधीन है, तब तक एक-दूसरे के खिलाफ किसी तरह की टिप्पणी न की जाए। ऐसा करना श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का उल्लंघन माना जाएगा।
जत्थेदार ने सिख सियासत से जुड़े नेताओं को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि श्री अकाल तख्त की सर्वोच्चता, सम्मान, मर्यादा एवं सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी तुरंत बंद की जाए। अगर सिख नेताओं ने ऐसा करना बंद न किया तो इसे सिख सिद्धांतों, परंपरा, मर्यादा का उल्लंघन करार देते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एक जुलाई 2024 को अकाली दल बादल के बागी गुट के नेताओं द्वारा श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह को पूर्व अकाली सरकार के दौरान प्रधान एवं पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल की अगुवाई में हुई गलतियों व गुनाहों संबंधी दिए गए माफीनामा के बाद से ही शिअद के विभिन्न गुटों में सार्वजनिक तौर से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी हैं। इन आरोपों में प्रमुख तौर से सुखबीर बादल को प्रधानगी से हटाने की मांग की जा रही है जबकि उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब से 30 अगस्त को तनखाइया भी घोषित किया जा चुका है। सुखबीर ने पूर्व अकाली सरकार के दौरान हुई गलतियों को स्वीकार करते हुए 31 अगस्त को लिखित माफीनामा श्री अकालतख्त साहिब सचिवालय में दे दिया है।