अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड जे.ऑस्टिन तृतीय
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अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड जे.ऑस्टिन तृतीय ने शुक्रवार को सिंगापुर में अपने चीनी समकक्ष एडमिरल डोंग जून से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने ताइवान जलडमरूमध्य के आसपास पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की हालिया उकसावे वाली गतिविधियों पर चिंता जताई। अमेरिकी रक्षा विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी।
विज्ञप्ति के मुताबिक, दोनों मंत्रियों के बीच शांगरी-ला वार्ता के दौरान बैठक हुई। इस दौरान अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने दोहराया किय चीन को ताइवान के राजनीतिक बदलाव को जबरदस्ती के उपायों के बहाने के रूप में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। शांगरी-ला वार्ता सरकारी अधिकारियों, व्यापारिक नेताओं और सुरक्षा विशेषज्ञों के लिए क्षेत्रीय सुरक्षा चिंताओं पर चर्चा करने का एक मंच है।
ऑस्टिन ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका अपनी दीर्घकालिक एक-चीन नीति (वन चाइन पॉलिसी) के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता के महत्व पर प्रकाश डाला। विज्ञप्ति में कहा गया कि रक्षा मंत्री ने समुद्री सीमाओं का सम्मान करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला। खासकर दक्षिण चीन सागर में अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत नौवहन की स्वतंत्रता का जिक्र किया। उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ रूस के आक्रमण और रूस के रक्षा औद्योगिक आधार का समर्थन करने में चीन की भूमिका पर भी चर्चा की। इसके बाद उन्होंने अमेरिका-चीन संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की।
ऑस्टिन ने अमेरिका और चीन के बीच सेना से सेना के बीच संचार की खुली लाइन को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने 2023 में राष्ट्रपति जो बाइडन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा की गई घोषणा का जिक्र किया और कहा कि दोनों पक्ष आने वाले महीनों में थिएटर कमांडर्स के बीच टेलीफोन पर बातचीत फिर से शुरू करेंगे। अमेरिकी रक्षा मंत्री ने उत्तर कोरिया (डीपीआरके) की हालिया उकसावे वाली गतिविधियों को लेकर भी जिंता जताई, जिसमें यूक्रेन पर रूस के हमले में इसका सीधा सहयोग भी शामिल है।