
राजस्थान
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत खंडेलवाल स्कूल के पास कुछ लोगों ने खाली जमीन पर हनुमानजी प्रतिमा स्थापित कर दी, जिसे लेकर तगड़ा हंगामा खड़ा हो गया। खंडेलवाल समाज इस जमीन को अपना बता रहा है, वहीं लोगों का कहना है कि स्कूल के पास की यह जमीन सरकारी है।
लोगों ने बताया कि आज हमने इस जमीन पर हनुमानजी का पाठ किया और पूरे विधि-विधान के साथ मूर्ति स्थापित की। इस दौरान सभी मोहल्लेवासियों द्वारा आपसी चंदा इकट्ठा कर भगवान हनुमानजी के भंडारे का आयोजन भी किया गया था, जिसमें आसपास के लोगों के अतिरिक्त खंडेलवाल समाज के कुछ लोग भी भंडारे में आए थे। यह जमीन पिछले करीब 300 वर्षों से खाली पड़ी हुई थी, जिस पर पिछले 30 सालों से भंडारे और प्याऊ का आयोजन किया जाता है।
लोगों ने बताया कि इस खाली पड़ी जमीन पर कुछ लोगों ने हनुमान मूर्ति का प्रतिष्ठा की। दिन भर कार्यक्रम चला लेकिन कोई रोक-टोक करने वाला नहीं आया लेकिन रात होते-होते खंडेलवाल समाज के कुछ लोग इस जमीन को अपनी बताकर मंदिर हटाने का दवाब बना रहे हैं और महिलाओं के बैठने के लिए चबूतरा बनाए जाने के नाम पर जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि अभी इस मंदिर का निर्माण नहीं किया जाता तो भी हमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन यहां हर रोज पूजा-अर्चना और आरती जैसी गतिविधियां होती रहेंगी अगर किसी व्यक्ति विशेष ने मंदिर को हटाने की कोशिश की तो हम चुप नहीं बैठेंगे।
इधर खंडेलवाल समाज के अध्यक्ष ने बताया कि यह स्कूल की जमीन है जो पिछले 100 सालों से हमने खाली छोड़ रखी थी। हमें यहां प्रतिमा स्थापित किए जाने के बारे में जानकारी नहीं थी लेकिन जैसे ही देर शाम को इस बारे में पता लगा तो हमने समाज के लोगों को एकजुट कर आपत्ति दर्ज कराई।
मौके पर कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद लोगों की भीड़ बढ़ती गई और हंगामा शुरू हो गया। दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने होने के बाद अलग-अलग तर्क के साथ अपनी बात बताते हुए नजर आए। उधर खंडेलवाल समाज के लोगों को कहना है कि यह जमीन हमारे स्कूल की जमीन है और हम इस पर भविष्य में निर्माण करने वाले थे। इस प्रकार से यदि कोई धर्म के नाम पर साजिश करके हमारी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करेगा तो समाज भी चुप बैठने वालों में से नहीं है।