सीएम सिद्धारमैया
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कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बारिश के कारण गिरे घरों के लिए 1.2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने उन पीड़ितों से नए घर बनवाने का वादा किया, जिनके घर बारिश में पूरी तरह से ढह गए हैं। इसके अलावा, सीएम ने आंशिक रूप से गिरे घरों के लिए भी 50 हजार रुपये दिए जाने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को एक प्रेसवार्ता में बताया कि राज्य में इस साल 181 मिमी बारिश हुई है, जो उम्मीद से कहीं अधिक है। भारी बारिश के कारण 25 लोगों की जान चली गई है और 85 घर पूरी तरह ढह गए हैं। इसके अलावा, कुल मिलाकर 2070 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। सिद्धारमैया ने कहा, ‘हमने इस मानसून में 181 मिमी वर्षा दर्ज की, जबकि यह 114 मिमी होनी चाहिए थी। इस वर्ष पिछली शताब्दी में तीसरी सबसे अधिक बारिश देखी गई है। अकेले अक्तूबर 2024 में, हमने भारी बारिश का अनुभव किया, जो कि 58 मिमी थी। यह सामान्य से काफी ऊपर है।’
विश्व बैंक 2000 करोड़ रुपये का सहायता पैकेज देगा
मुख्यमंत्री ने बताया कि विश्व बैंक बाढ़ से संबंधित कार्यों के लिए 2000 करोड़ रुपये का सहायता पैकेज प्रदान करने पर सहमत हुआ है, जिसे 2-3 महीनों के भीतर अंतिम रूप दिया जाएगा। हमें जल्द ही यह सहायता प्राप्त होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि अगली कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी जाएगी। हालांकि, निविदा निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं।
सड़क निर्माण के लिए 670 करोड़ रुपये आवंटित
इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि सड़क निर्माण के लिए 670 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। सीएम ने बताया कि अब तक 14000 गड्ढे भरे जा चुके हैं और सभी गड्ढों का समाधान सुनिश्चित करने के लिए सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके अलावा, एनडीएमएफ योजनाओं के लिए 275 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। ट्यूब नहर निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये की मंजूरी भी दी गई है। उन्होंने बताया कि निविदाएं बुलाने का निर्देश दिया है।
नवंबर-दिसंबर में अधिक बारिश का अलर्ट
आईएमडी के अनुसार, कर्नाटक में नवंबर और दिसंबर में अधिक बारिश होने की उम्मीद है। सीएम सिद्धारमैया ने आश्वासन दिया कि सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘आईएमडी ने नवंबर और दिसंबर में अधिक बारिश की भविष्यवाणी की है, इसलिए अधिकारियों को निवारक उपाय करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। हमारे सभी जलाशय लगभग भरे हुए हैं, 895.62 टीएमसी की क्षमता के साथ वर्तमान में 881.86 टीएमसी पानी है, जबकि पिछले साल यह 505 टीएमसी था। हम एक आरामदायक स्थिति में हैं।’
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कृषि और संबंधित विभागों को पेयजल आपूर्ति सहित संसाधनों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने का भी निर्देश दिया। इसके अलावा, उन्होंने बारिश से प्रभावित लोगों को और आश्वस्त करने के लिए अधिकारियों को तुरंत सुरक्षा उपाय लागू करने का निर्देश दिया है।
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