सीएम आतिशी
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पीडब्ल्यूडी ने बुधवार को सिविल लाइंस स्थित 6, फ्लैग स्टाफ रोड पर सीएम आवास सील कर दिया। मुख्यमंत्री आतिशी का सामान बाहर निकाल दिया गया। मुख्यमंत्री आवास सील होने के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी की पहली तस्वीर सामने आई है। जिसमें आतिशी पैक सामान के बीच काम करती नजर आ रही हैं। सीएम अपने निजी निवास से काम करती नजर आ रही हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर संजय सिंह ने लिखा, ‘देख लो भाजपाइयों! तुमने एक चुने हुए मुख्यमंत्री से उसका दिल्ली की जनता द्वारा दिया हुआ घर तो छीन लिया। लेकिन दिल्ली की जनता के लिए काम करने के जज्बे को कैसे छीनोगे? तुमने नवरात्रि में एक महिला मुख्यमंत्री का जो घर का सामान उनके घर से फिंकवाया वो भी देख लो और दिल्ली की जनता के लिए उनका समर्पण भी देख लो।’
देख लो भाजपाइयों!
तुमने एक चुने हुए मुख्यमंत्री से उसका दिल्ली की जनता द्वारा दिया हुआ घर तो छीन लिया
लेकिन दिल्ली की जनता के लिए काम करने के जज़्बे को कैसे छीनोगे?
तुमने नवरात्रि में एक महिला मुख्यमंत्री का जो घर का सामान उनके घर से फिंकवाया वो भी देख लो और दिल्ली की जनता के… pic.twitter.com/r2Roq2LUga
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 10, 2024
यह कृत्य दिल्ली की जनता का अपमान: संजय सिंह
संजय सिंह ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि एक चुनी हुई महिला मुख्यमंत्री का सामान भाजपा के एलजी द्वारा मुख्यमंत्री आवास से फिकवा दिया गया। PWD विभाग ने रविवार को ही मुख्यमंत्री आवास की चाबी दे दी थी, तो फिर LG ने किस आधार पर सीएम आतिशी का सामान बाहर फिकवा दिया? भाजपा दिल्ली में 27 साल से वनवास झेल रही है और अब वह मुख्यमंत्री आवास पर कब्जा करना चाहती है। दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को जनादेश दिया है, और यह कृत्य दिल्ली की जनता का अपमान है।
उधर, बुधवार शाम सीएमओ की तरफ से बयान जारी किया गया कि एलजी के आदेश पर मुख्यमंत्री आतिशी का सामान उनके आधिकारिक आवास से जबरन बाहर निकाल दिया गया। देश के इतिहास में यह पहली बार हुआ है, जब जनता द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री को सीएम कैंप कार्यालय और आवास से जबरन बेदखल कर दिया गया। पीडब्ल्यूडी ने 6 अक्तूबर को सीएम आवास की चाबी आतिशी को सौंप दी थी। इस प्रक्रिया में विभाग ने सभी नियमों और प्रोटोकॉल का पालन किया गया है।
आप ने मुख्यमंत्री आतिशी को सीएम आवास आवंटित न होने पर भाजपा को घेरा। आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता में आरोप लगाते हुए कहा कि 27 सालों से भाजपा दिल्ली में वनवास काट रही है। जब वह चुनाव में आप को हरा नहीं पाई तो सीएम आवास पर कब्जा करना चाह रही है। केजरीवाल ने सीएम आवास खाली कर दिया है। इसका प्रमाणपत्र भी है। अब उस आवास में मुख्यमंत्री आतिशी को शिफ्ट होना था और उन्होंने इसके लिए पत्र भी लिखा है। इसके बावजूद आवास आवंटित नहीं किया गया। आतिशी ने जब सीएम आवास को कैंप कार्यालय बनाकर मीटिंग शुरू की तो वहां से स्टाफ को भी हटा दिया गया है।
भाजपा ने दिल्ली में सत्ता हासिल करने के लिए कई योजनाएं अपनाईं और आप को तोड़ने का प्रयास किया। जब भाजपा दिल्ली में चुनाव नहीं जीत पाई, तो केजरीवाल को खत्म करने का प्रयास किया। केजरीवाल ने सीएम आवास खाली कर दिया। इसे लेकर भी दुष्प्रचार फैलाया गया। मुख्यमंत्री के तौर पर अब आतिशी को आवास में जाना था, लेकिन आवास अलॉट नहीं किया जा रहा है। भाजपा दिल्ली में चुनाव नहीं जीत पाती है और मुख्यमंत्री नहीं बना पाती है, तो अब मुख्यमंत्री के आवास पर कब्जा करना चाहती है।
वहीं, प्रदेश भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास को सील करने की कार्रवाई का स्वागत किया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बुधवार को कहा कि लोकनिर्माण विभाग को इस विवादित ‘शीश महल’ को पहले ही सील कर देना चाहिए था, क्योंकि सीलिंग जन आकांक्षाओं के अनुरूप है और विभाग को इस भवन का वीडियो ग्राफिक सर्वेक्षण करवाकर रिपोर्ट दिल्ली की जनता के समक्ष रखनी चाहिए।
भाजपा लगातार जांच व सीलिंग की मांग कर रही है। अब इसकी हर बात को जनता के बीच रखा जाना चाहिए। फ्लैग स्टाफ रोड स्थित बंगले पर मुख्यमंत्री आतिशी का बिना सरकारी आवंटन नियमों के पालन के कब्जा करवाने की जल्दबाजी साफ दर्शाती है कि बंगले में कुछ न कुछ ऐसा है जिसे केजरीवाल न सिर्फ दिल्ली वालों से बल्कि कानून एवं लोकनिर्माण विभाग तक से छुपाकर रखना चाहते हैं।
माता-पिता के साथ नए बंगले में शिफ्ट हुए केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल 4 अक्तूबर दोपहर लुटियंस दिल्ली में फिरोजशाह रोड पर बंगला नंबर-5 में शिफ्ट हो गए। यह बंगला पंजाब से आप के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल को दिया गया है। उस वक्त उनकी तस्वीरें और वीडियो भी जारी किए गए थे। वहीं, बाद में आतिशी के सामान की शिफ्टिंग की बात भी सामने आई थी।