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– फोटो : अमर उजाला
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लोकसभा चुनाव में दिल्ली में भाजपा को हराने के लिए मिलकर चुनाव लड़ रहीं इंडिया गठबंधन की कांग्रेस व आम आदमी पार्टी प्रचार के मामले में अपने हिस्से में आई सीटों पर ही फोकस कर रही हैं। दोनों पार्टियों ने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत अपने-अपने अधीन सीट से की है। इतना ही नहीं, दोनों पार्टियों की ओर से आयोजित किए गए कार्यक्रमों में भी दोनों दलों के नेताओं ने आना-जाना शुरू नहीं किया है। इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गरम है।
कांग्रेस ने अपने चुनाव अभियान की शुरूआत गत तीन अप्रैल को उत्तर पूर्वी संसदीय क्षेत्र के उस्मानपुर कैथवाड़ा से की है। यह सीट समझौते के तहत कांग्रेस के हिस्से में आई है। हालांकि उसने अभी तक इस सीट पर उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। यहां पर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अभियान की शुरूआत करने आए थे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के गारंटी कार्ड की ही चर्चा की। उन्होंने आम आदमी पार्टी के मुद्दों पर तो कुछ नहीं बोला, मगर राहुल गांधी दोनों यात्राओं की सफलताओं का जमकर बखान किया।
उधर, आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार से ‘जेल का जवाब वोट से’ कैंपेन की शुरुआत की है। आप के प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने पूर्वी दिल्ली क्षेत्र के विश्वास नगर से लोगों को लुभाने के लिए पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देने का कार्य किया। इस मौके पर उन्होंने भी कांग्रेस के एजेंडे पर चर्चा करना जरूरी नहीं समझा। हालांकि केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा पर जमकर हमला बोला। यह सीट आम आदमी पार्टी के हिस्से में आई हुई है और उसने इस सीट पर अपने विधायक कुलदीप कुमार को उम्मीदवार बनाया है।
मिलकर प्रचार करने का किया था एलान
दिल्ली में सीटों का बंटवारा होने के दौरान दोनों पार्टियों के नेताओं ने ऐलान किया था कि वह मिलकर प्रचार करेंगे। इस संबंध में एक संयुक्त कमेटी बनाई जाएगी, मगर अभी तक ऐसी कमेटी नहीं बनी है। हालांकि केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी की पहल पर रामलीला मैदान में हुई रैली में कांग्रेस के प्रदेेश स्तर के ही नहीं, बल्कि मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत राष्ट्रीय स्तर के अनेक नेताओं ने शिरकत की थी।