नाभा सरकारी कॉलेज में सामूहिक दुष्कर्म
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नाभा के सरकारी रिपुदमन कॉलेज परिसर में बीए की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने प्रिंसिपल दफ्तर के ऊपर साइंस रूम में वारदात को अंजाम दिया था। तीनों आरोपी आउटसाइडर हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि कॉलेज में प्रिंसिपल और स्टाफ कर्मी मौजूद थे, इसके बावजूद बाहर से आए युवक सामूहिक दुष्कर्म जैसी वारदात कर फरार कैसे हो गए।
पीड़ित छात्रा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 27 मार्च की सुबह वह कॉलेज पहुंची। करीब 11:30 बजे आरोपी दविंदर सिंह निवासी गांव ककराला उसके पास आया और कहा कि कोई जरूरी बात करनी है, इसलिए कॉलेज में प्रिंसिपल दफ्तर के ऊपर पहली मंजिल पर बने साइंस रूम में आ जाए। दोपहर 1 बजे जैसे ही लेक्चर खत्म हुआ, वह साइंस रूम में चली गई। वहां आरोपी दविंदर सिंह के साथ दो और युवक भी थे। इनमें से एक युवक ने उसे देखते ही तुरंत कमरे को अंदर से बंद कर लिया। दूसरे युवक ने उसके मुंह पर हाथ रख दिया, ताकि वह शोर न मचा सके। इसके बाद तीनों आरोपियों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
थाना इंचार्ज गुरप्रीत सिंह समराओ के मुताबिक मामले में नामजद मुख्य आरोपी दविंदर सिंह व अन्य दोनों युवक आउटसाइडर हैं। दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने धमकी दी कि अगर किसी को बताया तो अंजाम बुरा होगा। इसी के चलते 27 मार्च से अब तक छात्रा चुप रही, लेकिन आठ अप्रैल को परिवार के बार-बार पूछने पर छात्रा ने वारदात के बारे में बता दिया। इस पर परिवार ने पुलिस में शिकायत दी।
पुलिस ने मंगलवार दोपहर को मुख्य आरोपी दविंदर सिंह व उसके साथी रवि को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों को अदालत में पेश करके इनका रिमांड हासिल किया जाएगा। वहीं, पीड़िता का मेडिकल कराया गया है।
प्राचार्य बोलीं-वारदात के बारे में कुछ नहीं पता
यह जांच का विषय है कि कॉलेज में प्रिंसिपल व अन्य स्टाफ के होते हुए तीन आरोपियों ने इस वारदात को कैसे अंजाम दे दिया। कॉलेज प्रिंसिपल हरतेज कौर बल का कहना है कि कॉलेज में 27 मार्च को सामूहिक दुष्कर्म की वारदात बारे में उन्हें कुछ नहीं पता है। इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई है। कॉलेज में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। प्रिंसिपल दफ्तर के ऊपर बने जिस कमरे में यह वारदात हुई, वह साइंस रूम है। वहां हर समय विद्यार्थियों का आना-जाना लगा रहता है। ऊपरी मंजिल पर सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं, जिनकी लगातार मॉनिटरिंग होती है।
कॉलेज में छात्राओं की सुरक्षा पर उठे सवाल
सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जब गेट पर आई कार्ड चेक होने का नियम है तो कॉलेज में तीन आउटसाइडर कैसे आ गए। इसके बाद इन तीनों युवकों को कॉलेज में कहीं किसी ने रोका क्यों नहीं। इतना ही नहीं ये लोग आसानी से साइंस रूम में काफी देर तक बैठे रहे और वारदात को अंजाम देकर फरार भी हो गए। वहीं, कॉलेज प्रशासन सीसीटीवी से निगरानी का दावा करता है, तो वारदात वाले दिन सीसीटीवी कैमरों से निगरानी के दौरान तीनों आउटसाइडर पकड़ में क्यों नहीं आए।