पूर्व मुख्यमंत्री की पुत्रवधू के साथ पप्पू यादव।
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पूर्णिया लोक सभा सीट बिहार में चर्चा का विषय बना हुआ है। हर पल पूर्णिया की राजनीति बदल रही है। इसी बीच महागठबंधन को पूर्णिया में एक बहुत बड़ा झटका लगा है। तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री की पुत्रवधू सह राजद महिला प्रकोष्ठ के पूर्व जिलाध्यक्ष सुशीला भारती ने राजद छोड़ दिया है। अब निर्दलीय और चर्चित उम्मीदवार राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव से हाथ मिला लिया है। साथ ही पप्पू यादव को समर्थन देने का एलान किया हैं। इसकी पुष्टि खुद निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर किया।
जनता के जीतने की सम्भावना प्रबल हो रही है
सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री जी की बहू सह महिला राजद जिला अध्यक्ष सुशीला भारती का मैं आभार व्यक्त करता हूं कि पूर्णिया के लिए हमें समर्थन दिया है। आपके समर्थन से पूर्णिया लोकसभा की जनता के जीतने की सम्भावना प्रबल हो रही है। पूर्णिया की जनता को उम्मीदवारों की कार्यशैली, कार्यक्षमता और कार्य करने की नियत के पैमाने पर तुलना कर इस बार मतदान करने की जरूरत है।
तीन बार बिहार के सीएम रहे शास्त्री
बता दें कि भोला पासवान शास्त्री की आज भी ईमानदारी का मिसाल दी जाती है। वैसे, 1968 से 1972 के बीच भोला पासवान शास्त्री तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे। पहली बार 22 मार्च 1968 से 29 जून 1968 (100 दिन) तक सीएम की कुर्सी संभाली। दूसरी बार 22 जून 1969 से 4 जुलाई 1969 तक (13 दिन) सीएम रहे। तीसरी बार 2 जून 1971 से 9 जनवरी 1972 (222 दिन) तक सीएम की गद्दी पर रहे।साथ ही 1973 में वो केंद्र की इंदिरा गांधी सरकार में मंत्री तक बने। उनका जन्म 21 सितंबर 1914 को पूर्णिया के नगर प्रखंड के बैरगाछी गांव में हुआ था, जबकि 9 सितंबर 1984 को दिल्ली में मौत हो गई थी।