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पंजाब के कपूरथला में पुलिस ने एक पुराने एनडीपीएस मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर एसटीएफ सब इंस्पेक्टर समेत चार कर्मियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी पुलिस कर्मियों से पूछताछ के लिए तीन दिन का रिमांड अदालत से मिला है। आरोप है कि इन पुलिस कर्मियों ने साल 2019 में एक झूठा एनडीपीएस का मामला थाना सिटी में दर्ज करवाया था। पांचवें आरोपी की गिरफ्तारी बाकी है।
इसकी पुष्टि करते हुए डीएसपी सब डिवीजन हरप्रीत सिंह ने बताया कि साल 2019 में उक्त एसटीएफ कर्मियों के एक झूठा मामला दर्ज करने को लेकर कुलदीप सिंह उर्फ सोनू ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में पटीशन दर्ज की थी। जिसे माननीय हाईकोर्ट द्वारा वर्ष 2023 अक्तूबर में डिस्पोज ऑफ कर एसटीएफ मुलाजिमों पर मामला दर्ज करने के आदेश दिए थे।
जहां पर 21 दिसंबर 2023 में पांच पुलिस मुलाजिमों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था, जिनमें से अब चार पुलिस मुलाजिमों सब इंस्पेक्टर सेलविस्टर मसीह, तीन कांस्टेबल गुरविंदर सिंह, शाम मसीह व मेजर सिंह को गिरफ्तार किया है। जबकि पांचवां आरोपी पुलिस कर्मी एएसआई कुलदीप सिंह की गिरफ्तार से बाहर है।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में एसटीएफ की टीम ने सब-इंस्पेक्टर सेलविस्टर मसीह के नेतृत्व में कपूरथला के बाहरी क्षेत्र कुष्ठ आश्रम के नजदीक एक युवक कुलदीप सिंह उर्फ सोनू से 20 ग्राम हेरोइन तथा 250 ग्राम अफीम बरामद करने का दावा करते हुए थाना सिटी में मामला दर्ज करवाया था। इस मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए दो अन्य युवकों के मामले में नामजद किया गया था।
सीसीटीवी ने अदालत में किया एसटीएफ के झूठ का पर्दाफाश
16 अप्रैल 2020 में पुलिस की ओर से चालान अदालत में पेश किया गया। जहां पर उक्त मुलाजिमों की ओर से कुलदीप सिंह उर्फ सोनू को उसके सर्विस स्टेशन से उठाकर लाने की बात कही थी, लेकिन मामले में आरोपी सोनू ने अदालत में सीसीटीवी फुटेज पेश कर पूरे मामले को झूठा बता अदालत में याचिका दायर कर दी। जिसके बाद अदालत ने मामले की जांच जालंधर पुलिस से करवाई गई। छह अक्तूबर 2023 को हाईकोर्ट ने गठित की गई एसआईटी की रिपोटर्स के अनुसार याचिका डिस्पोज ऑफ करते हुए सोनू के पक्ष में फैसला देते हुए एसटीएफ टीम पर मामला दर्ज करने के लिए तत्कालीन एसएसपी राजबचन सिंह संधू को आदेश दिए थे। डीएसपी सब-डिवीजन हरप्रीत सिंह ने बताया कि उक्त मामले में एसटीएफ के चारों कर्मचारियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया है। जहां से तीन दिन का पुलिस रिमांड मिला है और रिमांड के दौरान आरोपियों से पूछताछ की जाएगी।