जांच करती पुलिस
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पूर्णिया के तनिष्क शोरूम में हुए 3.70 करोड़ की लूट में संलिप्त गिरोह द्वारा बेउर जेल से दो माह पूर्व जिले में हत्या की एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। गिरोह के सदस्य बिहार सरकार के एक मंत्री या उनके परिवार के किसी सदस्य की हत्या कर पूर्णिया को दहलाने की तैयारी में था। लेकिन पुलिस और एसटीएफ ने अपराधियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। इस वजह से अपराधी को मैदान छोड़कर भागना पड़ा था। पुलिस और एसटीएफ उस साजिश में शामिल बदमाशों की तलाश में जुटी हुई थी, तभी उस गिरोह के सदस्य ने तनिष्क शो रूम में 3.70 करोड़ लूटकांड की बड़ी घटना को अंजाम दे दिया। इस बात का खुलासा तब हुआ जब लूटकांड में शामिल अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
कुख्यात अपराधी बिट्टू सिंह और अंतराज्यीय सरगना सुबोध ने रची थी साजिश
इस संबंध में एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने भी माना कि लोक सभा चुनाव के बाद अप्रैल-मई में इसी गिरोह ने जिले में बड़ी घटना को अंजाम देने की पूरी तैयारी किया था। लेकिन मौके पर पुलिस और एसटीएफ को इसकी भनक लग गई जिस वजह से घटना होने से टल गई थी। उक्त वारदात की कहानी भी बेउर जेल से ही कुख्यात अपराधी बिट्टू सिंह और अंतराज्यीय सरगना सुबोध ने रची थी।
बिहार सरकार के एक मंत्री या उनके परिजन की होने वाले थी हत्या
बताया जा रहा है कि दोनों द्वारा गठित अपराधियों की टीम ने बिहार सरकार के एक मंत्री और उनके परिजनों की रेकी भी करना शुरू कर दिया था। लेकिन पुलिस और एसटीएफ की टीम को सूचना मिलने के बाद एसटीएफ के वरीय अधिकारी पूर्णिया पहुंच गये और लगातार कई दिनों तक लगातार कैंप किया। इस वजह से पूर्णिया दहलने से बच गई। जानकारी के मुताबिक बेउर जेल से ही कुख्यात अपराधी बिट्टू सिंह और सुबोध सिंह ने बिहार सरकार के एक मंत्री और उनके परिजन के किसी सदस्य की हत्या कर पूर्णिया को दहलाने की तैयारी कर रहे थे। इसकी भनक लगते ही बेउर जेल में हड़कंप मच गया। पुलिस और एसटीएफ के वरीय अधिकारी जेल पहुंचकर पूछताछ करने लगे। साथ ही कुख्यात अपराधी बिट्टू सिंह को फिर से भागलपुर सेंट्रल जेल भेज दिया और सुबोध सिंह को बंगाल के जेल में शिफ्ट कर दिया।