बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे पर विरोध-प्रदर्शन और हिंसा
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पड़ोसी देश बांग्लादेश इन दिनों हिंसा की आग में झुलस रहा है। सरकारी नौकरियों में आरक्षण के मुद्दे शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन देशभर में उग्र रूप ले चुका है। हिंसा प्रभावित देश से लोग पलायन कर रहे हैं। इस बीच, बांग्लादेश में रह रहे भारतीयों के वापस लौटने का सिलसिला लगातार जारी है। शनिवार को 186 लोग मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले के डाउकी चौकी के रास्ते वापस लौटे। अधिकारियों ने बताया कि इनमें 98 नेपाली और मेघालय के आठ छात्रों समेत 88 भारतीय शामिल हैं। वहीं अमेरिका ने बांग्लादेश की यात्रा करने वाले लोगों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है।
गृह विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बीते तीन दिनों में बांग्लादेश से भारत, नेपाल और भूटान के कुल 856 लोग वापस लौटे हैं। इनमें ज्यादातर छात्र हैं। वहीं मेघालय सरकार ने बांग्लादेश में फंसे लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। असम के अधिकारियों ने बताया कि असम के 40 से अधिक छात्र अब तक बांग्लादेश से लौटे हैं। सरकार बांग्लादेश में रहने वाले और जा रहे असम के लोगों की सुरक्षा को लेकर विदेश मंत्रालय के संपर्क में है।
करीमगंज के डीसी ने बताया कि असम के 41 छात्रों को सुतारकांडी चेक पोस्ट से वापस लाया गया है। डीसी और एसपी ने छात्रों से बात की है। वहीं उपायुक्त मृदुल यादव ने बताया कि बॉर्डर प्वाइंट से अधिक छात्रों के लौटने की उम्मीद है। सीमा पर 24 घंटे के लिए एक मजिस्ट्रेट और सीओ को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्र में तनाव की आशंका नहीं है।
बांग्लादेश जाने से पहले एक बार विचार करें लोग : अमेरिका
अमेरिका ने बांग्लादेश जाने वाले अमेरिकियों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी करते हुए कहा है कि वे अपनी यात्रा पर एक बार विचार करें। अगर बहुत ही जरूरी हो तो सावधानी से बांग्लादेश के लिए यात्रा करें। अमेरिका ने यात्रियों से कहा है कि ढाका और पूरे देश में संचार सेवाएं बंद हैं। इससे काउंसलिंग में देरी हो सकती है। यात्रियों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में अपराध के प्रति सचेत रहना होगा। एडवाइजरी में अमेरिका के विदेश विभाग ने कहा है कि हमले बिना किसी चेतावनी के हो सकते हैं। इसलिए सार्वजनिक क्षेत्रों पर सतर्क रहने की जरूरत है। सुरक्षा कारणों से बांग्लादेश के अमेरिकी दूतावास के कर्मचारियों पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। विदेश विभाग ने लोगों से प्रदर्शनों और राजनीतिक सभाओं में जाने से बचने के लिए कहा है।
तमिलनाडु ने बांग्लादेश में फंसे तमिलों के लिए शुरू की हेल्पलाइन
तमिलनाडु सरकार ने हिंसा प्रभावित बांग्लादेश में फंसे तमिल लोगों की सुरक्षित वापसी के लिए हेल्पलाइन जारी की है। वहीं सीएम एमके स्टालिन के निर्देश पर अनिवासी तमिलों के पुनर्वास और कल्याण आयुक्तालय ने बांग्लादेश में रहने वाले तमिलों का विवरण इकट्ठा करने के लिए भारतीय उच्चायोग और तमिल संगठनों से संपर्क किया है। सरकार की ओर से कहा गया कि हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं। बांग्लादेश में फंसे तमिलों की पूरी मदद की जाएगी। बांग्लादेश में रहने वाले तमिल परिवार टोल फ्री नंबर +911800303793, +918069009900, +918069009901 पर संपर्क कर सकते हैं।