बचाव एवं राहत कार्य में लगी सेना तथा प्रशासन के कर्मचारी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मोतिहारी से सटे पड़ोसी देश नेपाल के नारायण गढ़ और मोगलीन में काठमांडू जाने के दौरान भूस्खलन होने से आपस में टकराकर दो बसें के नदी में गिर गईं। इनसे लापता हुए 65 लोगों में सात भारतीयों (बिहार वासियों) के नाम पहली सूची में शामिल होने से सनसनी फैल गई है। काठमांडू जाने के लिए गुरुवार को घर से निकले बिहारी लोगों के परिजनों के बीच इस बात को लेकर ऊहापोह कि स्थिति है कि इस दुर्घटना में उनके परिजन के साथ कोई अनहोनी न हुई हो।
प्रशासन द्वारा जारी पहली सूची में अंसारी जी और उनके साथ एक अन्य, संतोष ठाकुर, सुरेंद्र साह, आदिल मियां, सुनील तथा शाहनवाज आलम के नाम सामने आए हैं। इनके पते का खुलासा नहीं हुआ है। इसका कारण यह है कि बीरगंज से काठमांडू जा रही एंजल बस में जो बीरगंज से बुक की गई थी, उसमें भारतीय लोगों के नाम इसी प्रकार दर्ज हैं। उक्त बस नेपाल के राजेंद्र केसी की बताई जा रही है, जिसको नगवा के जवाहिर महतो चला रहे थे। बस का सहचालक, चौधरी थरका और अन्य 21 सवारियों की जारी नेपाली तथा भारतीय लोगों की सूची में अंसारी जी व एक अन्य, अरविंद दुबे, संतोष (मकालु सैलुन), सुरेंद्र साह (फलफूल), आवींदजी हरींद्र पंडित, सुनील, शाहनबाज आलमप्रकाश (पिपरा), परमानंद, हृदय नारायण राउत और तीन अन्य, सलीम मिया और उनकी पत्नी जैनबर खातुन (काठमांडू में उपचार के दौरान मौत) तथा रैजुल आलम के साथ दो लोगों के नाम शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक, घटनास्थल पर भूस्खलन से काठमांडू से आ रही और काठमांडू की तरफ जा रही दो बसों के बीच टक्कर हो गई, जिससे दोनों बसें त्रिशूली नदी में गिर गईं और पानी के तेज बहाव के साथ बह गईं। 25 गोताखोर शवों को तालाश रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि नेपाल के काठमांडू रोजी-रोटी को लेकर और अन्य व्यावसायिक कार्यों को लेकर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में भारतीय लोगों का आना और जाना लगा रहता है। पहाड़ी रास्ता काफी संकीर्ण है और इस वजह से बसों का आपस में टक्कर, बड़े-बड़े पथरों से टक्कर, लैंड स्लाइड के कारण, घाटी में फिसलन की वजह से आए दिन घटनाएं होती रहती हैं। गुरुवार को ही इस प्रकार की यहां दो घटना घटित हो चुकी हैं। नेपाली प्रशासन द्वारा कुछ घंटों में पूरी जानकारी साझा की जाएगी।
चिंतवन के जिलाधिकारी इंद्रदेव यादव ने बताया कि काठमांडू से गौर जा रही बस गणपति डीलक्स और वीरगंज से काठमांडू जा रही एंजल नामक बस त्रिशूली नदी में गिरी है। गौर जाने वाली बस में 41 यात्री सवार थे। जबकि काठमांडू जाने वाली बस में 24 यात्री बैठे थे। तीन लोगों के बचने की मात्र सूचना मिल रही है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। हालांकि स्थानीय लोगों की मानें तो तेज बरसात के कारण राहत एवं बचाव कार्य में परेशानी हो रही है। नेपाल की सेना को भी लगाया गया है। उक्त दोनों बसें भारत नेपाल के सीमावर्ती इलाके से चलती हैं, जिसके कारण भारतीय लोगों के भी होने का अनुमान लगाया जा रहा है।