योग दिवस आज
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योग का सियासत से सीधा लेना देना नहीं है, लेकिन नजर दौड़ाएं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले सालों में मनाए गए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजनों में से तीन में ऐसे राज्यों में शामिल हुए, जहां विधानसभा चुनाव प्रस्तावित थे। पीएम अपनी तीसरी पारी में पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में शामिल होने कश्मीर पहुंच गए हैं। जम्मू-कश्मीर में आगामी अगस्त-सितंबर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। जम्मू-कश्मीर चौथा ऐसा केंद्र शासित प्रदेश है जहां मोदी चुनाव से पहले योग दिवस में शामिल हो रहे हैं।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में दस साल बाद विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है। 2015 में भारत के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत हुई थी। 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पहली पारी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर चंडीगढ़ में योग प्रेमियों के बीच योग आसन किए थे। तब पंजाब में फरवरी 2017 को विधानसभा चुनाव हुए। इसके बाद 2019 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री रांची में लोगों के बीच रहे और यहां नवंबर से दिसंबर 2019 के बीच विधानसभा चुनाव हुए। 2020 और 2021 में कोविड के कारण सार्वजनिक योग दिवस पर विराम रहा।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने 2022 में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कर्नाटक के मैसुरु में योग आसन किए। यहां मई 2023 को विधानसभा चुनाव हुए।इसी तरह प्रधानमंत्री ने 2015 में नई दिल्ली, 2017 में लखनऊ, 2018 में देहरादून में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस शिविर में शिरकत की थी। हालांकि इन अधिकांश राज्यों में विधानसभा चुनाव पहले हो चुके थे। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने 2023 में न्यूयार्क में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में शामिल हुए थे।
पीएम का 11 वर्षों में 25वां दौरा
प्रधानमंत्री का जम्मू-कश्मीर से पुराना लगाव रहा है। उनका यह पिछले 11 वर्षों में जम्मू-कश्मीर का 25वां दौरा है। इससे पहले वह पारंपरिक त्योहारों और सियासी गतिविधियों के लिए दौरे पर आ चुके हैं।
भाजपा ने शुरू की तैयारियां
जम्मू-कश्मीर नवंबर 2014 में अंतिम विधानसभा चुनाव हुए थे। इसके बाद से विभिन्न कारणों से चुनाव लटकते रहे। सर्वोच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद आगामी सितंबर तक यहां विधानसभा चुनाव करवाने को कहा गया है। इसके लिए भाजपा ने तैयारियां तेज कर दी हैं। हाल ही में जम्मू में हुई प्रदेश भाजपा की कोर ग्रुप की बैठक में पार्टी कैडर को लोगों के बीच जाकर भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाने और संपर्क बढ़ाने पर जोर दिया गया है।
पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों को ध्यान में रखते हुए भाजपा उन विधानसभा क्षेत्रों में अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है, यहां उसका वोट प्रतिशत कम हुआ है। कश्मीर केंद्रित विधानसभा क्षेत्रों में भी अपने समर्थक दलों के साथ भाजपा वोट प्रतिशत बढ़ाने के लक्ष्य पर काम कर रही है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कश्मीर केंद्रित संसदीय सीटों पर अपनी पार्टी, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कान्फ्रेंस की पार्टी को समर्थन दिया था। हालांकि ये दल नतीजों में कुछ खास नहीं कर पाए थे।
मुख्य बिंदू…
- भाजपा ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के लिए केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है
- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर श्रीनगर पहुंचे प्रधानमंत्री जम्मू-कश्मीर को 3300 करोड़ रुपये की सौगात देंगे
- भाजपा कैडर को लोगों के बीच संपर्क कार्यक्रमों को बढ़ाने पर जोर
- पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंकने के निर्देश