जयराम रमेश
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कांग्रेस ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि वह इतिहास नहीं जानते हैं। विपक्षी पार्टी ने कहा कि जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी 1940 के दशक की शुरुआत में खुद मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन सरकार का हिस्सा थे।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में चुनावी सभा में कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में वही सोच झलकती है, जो आजादी के आंदोलन के समय मुस्लिम लीग में थी। कांग्रेस के घोषणा पत्र में पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप है और इसका जो कुछ हिस्सा बचा रह गया, उसमें वामपंथी पूरी तरह हावी हो चुके हैं। कांग्रेस इसमें दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती है।
कांग्रेस ने भाजपा पर बांटने की राजनीति करने का आरोप लगाया और दावा किया कि प्रधानमंत्री ध्यान भटकाने की रणनीति अपना रहे हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, प्रधानमंत्री को अपना इतिहास मालूम नहीं है, क्योंकि कोई और नहीं बल्कि मुखर्जी ही थे जो उस समय हिंदू महासभा के अध्यक्ष थे और मुस्लिम लीग के साथ बंगाल में गठबंधन सरकार का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि हिंदू महासभा सिंध और उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत में मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन में भी थी। रमेश ने कहा, कांग्रेस बांटने की राजनीति में भरोसा नहीं करती है।
एक्स पर एक पोस्ट में रमेश ने कहा, न्याय पत्र का केंद्र बिंदु पांच न्याय हैं- युवा न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय, श्रमिक न्याय और हिस्सेदारी न्याय। प्रधानमंत्री ने आज खुद स्पष् कर दिया है कि न्याय औऱ अन्य के बीच संघर्ष में वह अन्याय के समर्थक हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, भारत और भारतीय दस साल अन्याय काल से मुक्ति के लिए निर्णायक मतदान करेंगे। रमेश ने एक वीडियो बयान में आरोप लगाया कि मोदी देश में युवाओं, महिलाओं, किसानों और मजदूरों की हालत और पिछले दस साल के अन्याय से ध्यान हटाना चाहते हैं।