Jharkhand: एनआईए ने झारखंड में सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश में शामिल होने के आरोप में दो माओवादियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। अब इस मामले में कुल आरोपियों की संख्या 31 हो गई है।
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झारखंड में सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश में शामिल होने के आरोप में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दो माओवादियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। जांच एजेंसी ने रांची स्थित विशेष एनआईए अदालत में आरोप पत्र दायर किया। इसमें झारखंड के अघनु गंझू और खुदी मुंडा को आरोपी बनाया है। एनआईए ने भारतीय दंड संहिता, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोप पत्र दायर किया। अब इस मामले में कुल आरोपियों की संख्या 31 हो गई है।
‘सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश रची गई’
बता दें कि वर्ष 2022 में झारखंड पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। इसके बाद एनआईए को मामले की जांच सौंपी गई थी। 2023 अगस्त और दिसंबर के बीच जांच एजेंसी ने 20 लोगों के खिलाफ तीन आरोप पत्र दायर किए थे। एनआईए ने बयान में कहा है कि माओवादियों प्रतिबंधित के संगठन सीपीआई के सदस्यों ने अपने कमांडर प्रशांत बोस की गिरफ्तारी का बदला लेने के लिए झारखंड के बॉक्साइट खदान क्षेत्र में सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश रची थी।
‘देश की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने की साजिश’
एनआईए ने बताया कि जून 2022 में सीपीआई (माओवादी) के क्षेत्रीय कमांडर रवींद्र गंझू के नेतृत्व में करीब 60 लोग हमले को अंजाम देने के लिए झारखंड के लोहरदगा जिले के जंगली इलाके में एकत्र हुए थे। जब झारखंड पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को इस योजना का पता चला तो संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया। जंगल में प्रवेश करते समय सुरक्षा बलों पर सीपीआई (माओवादी) के सदस्यों द्वारा गोलियां बरसाईं गईं। जांच एजेंसी ने बताया कि इलाके की तलाशी लेने के बाद बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया। जांच में पता चला है कि प्रतिबंधित संगठन के सदस्यों ने आतंकवाद और हिंसक कृत्यों के माध्यम से देश की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने की साजिश रची। जांच एजेंसी ने कहा कि मामले में जांच लगातार जारी है।