पंजाब में भीषण गर्मी
– फोटो : संवाद
विस्तार
पंजाब में आसमान से आग बरस रही है। मौसम विभाग ने पांच दिन के लिए प्रचंड गर्मी और भीषण लू का अलर्ट जारी किया है। सोमवार को बठिंडा का तापमान 46.7 डिग्री दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार पंजाब में अधिकतम तापमान ने मई माह में पिछले 10 साल के रिकार्ड तोड़ दिए हैं। वहीं, पंजाब के स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी व निजी स्कूलों में 21 मई से लेकर 30 जून तक छुट्टियों का एलान कर दिया है।
सूबे के पांच अन्य शहरों बठिंडा, पठानकोट, बरनाला, फिरोजपुर व समराला का पारा 44 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। बठिंडा में सीवियर हीट वेव रही, जिसके चलते वह पंजाब में सबसे गर्म रहा। हालांकि प्रदेश का अधिकतम तापमान सोमवार को 0.2 डिग्री की कमी दर्ज की गई है, लेकिन यह अब भी सामान्य से 5.3 डिग्री ऊपर बना हुआ है। वहीं, सूबे के न्यूनतम तापमान में 0.9 डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई। इससे अब यह सामान्य से 3.2 डिग्री अधिक हो गया है। विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान 47 डिग्री का भी क्रॉस कर सकता है।
यहां बरस रही है आग
पंजाब में 46.7 डिग्री के साथ बठिंडा ही सबसे गर्म रहा। इसके अलावा अमृतसर का पारा 44.5, लुधियाना का 43.6, पटियाला का 43.5, पठानकोट का 44.3, बरनाला का 44.1, फिरोजपुर का 44.5, एसबीएस नगर का 42.2, समराला का 45.8 डिग्री व जालंधर का 43.6 डिग्री दर्ज किया गया।
पराली और नाड़ ने वातावरण किया दूषित
ग्लोबल वार्मिंग के चलते मौसम में बदलाव आ रहे हैं। इसके लिए काफी हद तक पंजाब-हरियाणा भी जिम्मेदार है, जहां के खेतों में धान की पराली व गेहूं की नाड़ जलाकर वातावरण को दूषित किया जा रहा है। -एके सिंह, डायरेक्टर, मौसम विभाग चंडीगढ़
स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र 30 जून तक बंद
पंजाब के स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी व निजी स्कूलों में 21 मई से लेकर 30 जून तक छुट्टियों का एलान कर दिया है। बच्चों की सेहत व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है। विभाग के सचिव कमल किशोर यादव ने अपने आदेशों में कहा कि छुट्टियों के दौरान टीचिंग व नॉन टीचिंग कैडर से संबंधित अधिकारी और कर्मचारी चुनावों से संबंधित लगी अपनी डयूटी में सेवाएं देते रहेंगे।
वहीं, सामाजिक सुरक्षा व महिला एवं बाल विकास विभाग पंजाब ने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में भी 21 मई से 30 जून तक छुट्टियां कर दी हैं। आदेशों में कहा गया है कि आंगनवाड़ी में आने वाले बच्चों की उम्र 3 से 6 वर्ष होती है, जिसके चलते इन बच्चों की संभाल बहुत जरूरी है। आंगनवाड़ी वर्करों व हेल्परों को निर्देश दिए गए हैं कि वह इन छुट्टियों के दौरान बच्चों के घरों में विजिट करेंगे और उनको घर पर ही राशन देना यकीनी बनाएंगे।