विधायक नलिन सोरेन (फाइल फोटो)
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झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने गुरुवार को दुमका लोकसभा सीट के लिए शिकारीपाड़ा विधायक नलिन सोरेन पर भरोसा जताया है। पार्टी ने उन्हें दुमका सीट से उम्मीदवार बनाकर लोकसभा के चुनावी मैदान में उतारा है। नलिन सोरेन के इस सीट से उम्मीदवार बनने के बाद जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस सीट से चुनाव लड़ने की अटकलों पर ब्रेक लग या है। राजनीतिक विश्लेषकों का अनुमान था कि हेमंत सोरेन दुमका सीट से चुनावी ताल ठोक सकते हैं।
झामुमो ने उतारा दुमका लोकसभा सीट पर उम्मीदवार
गौरतलब है कि पार्टी ने अपने टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो को भी गिरिडीह लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है। झामुमो के एक नेता ने कहा कि पार्टी ने नलिन सोरेन को दुमका सीट से और मथुरा प्रसाद महतो को गिरिडीह से मैदान में उतारने का फैसला किया है। खास बात है कि अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित दुमका सीट से भाजपा ने पहले ही झामुमो की पूर्व विधायक और हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन को उम्मीदवार बना दिया है।
दुमका सीट ने सीता सोरेन को इस सीट से उतारा
भाजपा ने पहले 2 मार्च को मौजूदा सांसद सुनील सोरेन को दुमका से फिर से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन बाद में सीता सोरेन को सीट से मैदान में उतारने के लिए उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। सुनील सोरेन ने 2019 के चुनाव में झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन को 47,590 वोटों के अंतर से हराया था। तीन बार विधायक रहीं और झामुमो के संरक्षक शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन पिछले महीने भाजपा में शामिल हो गईं। भाजपा में शामिल होने के बाद सीता सोरेन ने आरोप लगाते हुए कहा था कि और 2009 में उनके पति दुर्गा सोरेन की मृत्यु के बाद वह पार्टी में अलग-थलग थीं।
कांग्रेस ने 27 मार्च को तीन लोकसभा क्षेत्रों – लोहरदगा, खूंटी और हज़ारीबाग के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। कालीचरण मुंडा, सुखदेव भगत और जय प्रकाशभाई पटेल क्रमशः खूंटी (एसटी), लोहरदगा (एसटी) और हजारीबाग सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेताओं के मुताबिक, राज्य के सभी 14 लोकसभा क्षेत्रों के लिए सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया गया है।