शुक्रवार को एएसआई की टीम ने संभल और आसपास के 19 कूप और पांच तीर्थों का सर्वे किया था। शनिवार को प्रशासन को कल्कि मंदिर की याद आई तो एसडीएम वंदना मिश्रा टीम को लेकर मंदिर परिसर पहुंचीं। जिसके बाद टीम ने मंदिर और कृष्ण कूप की बारीकी जांच की और साक्ष्य जुटाए।
शर्मा मंदिर की देखभाल करने वाली दसवीं पीढ़ी हैं
पंडित महेंद्र शर्मा ने बताया कि कल्कि विष्णु मंदिर की देखभाल उनके परिवार में पीढ़ी दर पीढ़ी करते आ रहे हैं। बताया कि वह अपने परिवार की दसवीं पीढ़ी हैं। बताया कि जो आकृतियां इस मंदिर में बनी है वह प्राचीन हैं। उनके पिता पंडित महेश प्रसाद शर्मा ने भी इसकी जानकारी दी थी। मंदिर अष्टकोणीय है और इसका बड़ा महत्व है।
पर्यटन विभाग करा रहा काम
पंडित महेंद्र शर्मा के बेटे अनुज शर्मा का कहना है कि कल्कि विष्णु मंदिर में पर्यटन विभाग की ओर से 86 लाख रुपये खर्च किए जाने हैं। पर्यटकों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। तीन कक्ष बन रहे हैं। यज्ञशाला की व्यवस्था की जा रही है। कहा कि करीब एक बीघा जमीन मंदिर की है। लेकिन मंदिर के आसपास परिक्रमा मार्ग पर कुछ अतिक्रमण है। कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन अतिक्रमण हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई।
भगवान कल्कि का होगा संभल में अवतरण
कलियुग में भगवान कल्कि का अवतरण संभल में होगा। इसका उल्लेख पुराणों में मिलता है। हिंदू समुदाय की इससे जुड़ी बड़ी आस्था है। कल्कि विष्णु मंदिर के पंडित महेंद्र शर्मा ने बताया कि जैसा उल्लेख पुराणों में मिलता है वह सभी संकेत यहां हैं।